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बापू के अन्तिम दर्शन / प्रसिद्ध नारायण सिंह

adminSep 22, 20242 min read

दुखियन के तन-मन-प्रान चलल।जब तीस जनवरी जाति रहलि, सुक के संझा मुसुकाति रहलि।दिल्ली में भंगी बस्ती के, धरती मन में अगराति रहलि॥जन-जन पूजा-मयदान चलल ॥1॥तनिकी बापू के देरि भइलि, पूजा में अधिक अबेरि भइलि।अकुलाइलि आँखि हजारनि गो बिछि राह बीच…

शब्द के कथा – प्रिंस रितुराज दुबे

adminSep 27, 20241 min read

शब्द के चलऽ कथा सुने आ बुझल जव केतन बा बलशब्दे जिनगी के माने हऽ, शब्दे ह जिनगी कऽ ज्ञानशब्दे से ह आत्मा, शब्दे ह परमधामशब्दे से बुझगर बुझाल, शब्द से बुझाए अनुशासनशब्द से मानुस के आचरण बुझाला, शब्दे से…

प्यारी (विलाप) / भिखारी ठाकुर

adminSep 22, 20241 min read

हाय हाय राजा कैसे कटिये सारी रतियाजबले ग‍इले राजा सुधियो ना लिहले, लिखिया ना भेजे पतिया ।। हाय हाय….हाय दिनवां बितेला सैयां बटिया जोहत तोर, तारा गिनत रतियाँ ।। हाय हाय…जब सुधि आवै सैयां तोरी सुरतिया बिहरत मोर छतिया ।।…

देवी / राजकुमार प्रेमी

adminOct 1, 20241 min read

गलिये – गलिये मईया घूमि घूमि देखेली,केहू नाहीं बईठे के कहे, फुलवन्ती मईयाकेहू नाहीं बइठे के कहे । आपन महलिया से देखलस ‘प्रेमी’ सेवक,चलिं मईया हमरी दुआरी, भवानी मईया,चलिं मईया हमरी दुआरी । बइठे के देहब मईया कुशवा के आसन,निमियाँ…

देखत मौत के अब लजाइल का बानी / नागेन्द्र प्रसाद सिंह

adminSep 22, 20241 min read

देखत मौत के अब लजाइल का बानीजो जाहीं के बा, त तवाइल का बानी करे के रहे जे, ऊ सब हो गइल बाकिनाने चहुँप के छछाइल का बानी बहुत दूर उड़लीं अकासे-पतालेकरीं थिर मन के हहाइल का बानी बहुत दिन…

कविता

गीत

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सखी हमरो बलम/ यमुना तिवारी ‘व्यथित’

सखी हमरो बलम/ यमुना तिवारी ‘व्यथित’

adminOct 4, 20241 min read

सखी, हमरो बलम,कारखाना में काम करेलन । कारखाना जाइ के लोहा बनावेलन,लोहा बनाई देश आगे बढ़ावेलन,देश के खातिर पसीना बहावेलन,देशवा के खातिर जीवन अपरन ।सखी, हमरो बलम | कन्हियाँ पर हल लेई तोहरो सजनवाँ,अन्न उपजाव, भइले गाँव के किसनवाँ,हरवा कुदरिया…

सामयिक रचना/ यमुना तिवारी ‘व्यथित’

सामयिक रचना/ यमुना तिवारी ‘व्यथित’

adminOct 4, 20241 min read

संसद पर कइलसजवन आतंकी चढ़ाई,ओकरो के देशवा मेंफाँसी ना दिआई ।सुरसा के मुँह असबढ़ता महंगाई,नंगा निचोड़ी काका ऊ नहाई ?सामाजिक समरसता केदेके दुहाई,आरक्षन के नाम परहोत बा लड़ाई ।पेट्रोल डीजल महंगा भइलेमहंगा भइल ढोआई,सब्जी-भाव आकास छूएका कोई खाई ?