कोटिश: प्रणाम बा / कन्हैया लाल पण्डित
भक्त भय हारिणी, अभय प्रदान कारिणी, भलुनीधाम वासिनी के कोटिशः प्रणाम बा।
चण्ड-मुण्ड मुण्डिनी, निशुम्भ-शुम्भ खंडिनी, महा महीष मर्दिनी के कोटिशः प्रणाम बा।
अखिल ब्रह्मांड कारिणी, नर मुण्डमाल धारिणी, श्री यक्षिणी तपस्विनी के कोटिशः प्रणाम बा।
दुर्ग दैत्य नासिनी, दुर्गा नाम भाषिनी, दुर्गम पीर हारिणी के कोटिशः प्रणाम बा।
शत्रु व्यूह भेदिनी, परम पवित्र मेदिनी, शिव के प्रमोदिनी के कोटिशः प्रणाम बा।
प्रतिपालिनी कात्यायिनी, भव बन्ध मुक्ति दायिनी जय माई सुख दायिनी के कोटिशः प्रणाम बा।
दैत्य दर्प भंजनी, योगिनी गिरी नंदिनी, ‘कन्हइया’ पूत तारिनी के कोटिशः प्रणाम बा।