पथल के भगवान/ सुरेन्द्र प्रसाद गिरि
पथल के हो भगवान !
हो तोरे जगवा में दहकल बा आग —— ।। टेक ॥।
घुट-घुट जीअत इंसान
हो तोरे जगवा में दहकल बा आग –
दानी हरिचनदर के सड़क पर बिकवलs
तारामती रनिया के चेरिया बनवलs
बिपते में रोहित के डंसलख नाग
पथल के हो भगवान
हो तोरे जगवा में दहकल बा आग–
देवासुर लड़इया के बदला चुका के
राम, लछुमन, सीता के वन पहुंचा के,
केकई लगा लिहली ममता में दाग
पथल के हो भगवान
हो तोरे जगवा में दहकल बा आग–
सभवा में द्रौपदी के नारी लाज लुटाइल
बालक अभिमन्यु ला चक्रबिहु आ रचाइल
रणभूमिया में फेकरे गीदर, उल्लू, काग
पथल के हो भगवान
हो तोरे जगवा में दहकल बा आग —-