बाहुबली/ कन्हैया सिंह ‘सदय’
डाकू-लूटेरा बाहुबली, जीति नेता बनि के आ गइलें,
संसद के महिमा माटी भइल, बरबाद ई देशवा हो गइलें ।
रंगदारी आ सीना जोरी, रोज रोज के धंधा हो गइलें,
जनता के सेवक ना बनलें, जनते के फंडवा खा गइलें ।
आतंकी आ नक्सलीयन के, हमला में कई मरा गइलें,
नेता जी मुआबजा बांटेले, ओहू में कमीशन खा गइलें ।
बलत्कार आ अपहरण त, चुटकी के खेलवा हो गइलें,
शर्मशार भइल आपन संसद, अपराधी सांसद बनि गइलें ।