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दू दिन जिन्दगानी/ डॉ॰ भगवान सिंह ‘भास्कर’

adminOct 4, 20241 min read

उड़ालs मौज मस्ती दू दिन जिन्दगानी । हँसत खेलत में बाबू बचपन गुजरलऽमाई-बाप के कान्ह पर चढ़ि के नचलऽ । ना कवनो सोच फिकिर ना रहे हरानीउड़ालs मौज मस्ती दू दिन जिन्दगानी ।। जब आइल जवानी गुलछर्रा उड़वलऽबम्बई दिल्ली कलकत्ता…

रहलीं करत दूध के कुल्ला/ विश्वनाथ प्रसाद शैदा

adminSep 27, 20241 min read

रहलीं करत दूध के कुल्लाछिल के खात रहीं रसगुल्लासखी हम त खुल्लम खुल्ला, झूला झूलत रहीं बुनिया फुहार मेंसावन के बहार में ना हम त रहलीं टह-टह गोरकरत रहलीं हम अँजोरमोर अँखिया के कोर, धार कहाँ अइसन तेग भा कटार…

अबहीं बहुत कहे के बा / गीत

adminSep 17, 20241 min read

सुनि पवलीं हाँ अबहीं कहवाँ, अबहीं त बहुत कहे के बा।गूँजत आइल बा राग जवनमानीं, ह साँच बिहाग तवनसुर सूतल जहाँ भैरवी केउचरी तहवाँ अब काग कवन ?खरकल ना एको पीपर पात, पवन उनचास बहे के बा।रगवा पग के कठुआइल बाठगवा…

नदी के किनारा/ सत्यनारायण सिंह

adminSep 30, 20241 min read

जब जब डूबेला नदी के किनारापानी बहेला कि जइसे आवारा खोजले मिलेला ना जिनगी भुलाइलहरियर ना होखेला, फुलुंगी सुखाइलगरदिस में लौके ना जइसे सितारा जागेला लहरन के मन में पिरितियाज्ञानी परासर भी भूल जाला रितियापागल बना देला जइसे इशारा लागेला…

सब फूल काहे गाँव के अतिना उदास बा / कुमार विरल

adminSep 19, 20241 min read

सब फूल काहे गाँव के अतिना उदास बा,अब चढ़ सकी न माथ पर कहवाँ सँवास बा।बस लुस-फुसा के ओठ असहीं काँपते रही,अब के बूझो जे गीत में कतिना मिठास बा।कइसे कहीं कि गाछ ई पुरान हो गइल,पुरवा से जाके पूछ…

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धर्माचरण/ प्रभास चन्द्र कुमार सिंह

धर्माचरण/ प्रभास चन्द्र कुमार सिंह

adminOct 4, 20241 min read

सिख मुसलमान जहाँ, इसाई हिन्दूवान जहाँ,रहत भी समान जहाँ, उहे बिहार ह5 | आदिवासी थारु जहाँ, उराँव संथारू जहाँ,चेरो खरवारू जहाँ, उहे बिहार हऽ । धार्मिक त्योहार जहाँ, उत्सव लोकाचार जहाँ,सौहार्द्र-व्यवहार जहाँ, उहे बिहार हऽ आपसी सद्भाव जहाँ, हेल-मेल भाव…

सखी हमरो बलम/ यमुना तिवारी ‘व्यथित’

सखी हमरो बलम/ यमुना तिवारी ‘व्यथित’

adminOct 4, 20241 min read

सखी, हमरो बलम,कारखाना में काम करेलन । कारखाना जाइ के लोहा बनावेलन,लोहा बनाई देश आगे बढ़ावेलन,देश के खातिर पसीना बहावेलन,देशवा के खातिर जीवन अपरन ।सखी, हमरो बलम | कन्हियाँ पर हल लेई तोहरो सजनवाँ,अन्न उपजाव, भइले गाँव के किसनवाँ,हरवा कुदरिया…