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एतनो मति बनऽ तूँ भोला – आकाश महेशपुरी

adminSep 26, 20241 min read

चढ़े कपारे अगर गरीबीदुख पहुँचावे पहिले बीबी। पटिदारन के खूब टिभोलीऊपर से मेहरी के बोली। राशन-पानी के परसानीयाद करावे नाना-नानी। पाँव उघारे देहीँ दामाफाटल चीटल पायट जामा। अइसे मेँ मड़ई जब टूटेमनई बसवारी मेँ जूटे। बाँस खोजाला सीधा सबसेसीधा के…

सखी हमरो बलम/ यमुना तिवारी ‘व्यथित’

adminOct 4, 20241 min read

सखी, हमरो बलम,कारखाना में काम करेलन । कारखाना जाइ के लोहा बनावेलन,लोहा बनाई देश आगे बढ़ावेलन,देश के खातिर पसीना बहावेलन,देशवा के खातिर जीवन अपरन ।सखी, हमरो बलम | कन्हियाँ पर हल लेई तोहरो सजनवाँ,अन्न उपजाव, भइले गाँव के किसनवाँ,हरवा कुदरिया…

नेता – सूत्र/ अरुण भोजपुरी

adminOct 4, 20241 min read

टाटा-बिरला के गरीआव नेता बन जा ।घर-घर के ममिला अझुराव नेता बन जा ॥ मन्दिर-मस्जिद गिरजा गुरुद्वारा में चक चक तोहरेपहिले दंगा करवा पाछे रोवगाव नेता बन जा ॥ कोठा-कोटा कोट-कचहरी कार पचावे कोठीभुखड़न के रोटी बंटवाव नेता बन जा…

छठ गीत (पनियाँ में ठाढ़ )/राजकुमार प्रेमी

adminOct 1, 20241 min read

पनियाँ में ठाढ़ ई परवैतिन पुकारेली,अबेर भईल, छठी मईया लिहीं ना अरगिया,अबेर भईल आदित लीहीं ना अरगिया,अबेर भईल | ससुरा – नईहरवा के बानी हम गरीबनी,कि भिखवा माँगी के, माई ठनलीं बरतिया,अबेर भईल | भक्ती आ भऊआ से लेनी कलसूपवा,कि…

आज के राजनीति/ संजय कुमार ओझा

adminSep 24, 20241 min read

पूरा परिवार समाजवादीन के,खाड़ बा सगरो उम्मीदवारी में,परिवारवाद वाला बहरी टिकट,बांटऽत बाटे खूब लाचारी में! जे लूटत आईल देश के अब ले,खानदानी बिगहटिया बूझीके,उहे चोर कहत घूमे ओकरा के,जे लागल बा च‌उकीदारी में ! आपस में लड़त बा सब लोग,राखी…

कविता

  • सानेट: अहिंसा / मोती बी.ए.

    अहिंसक बाघ जो होखे बड़ाई सब करी ओकरअहिंसा के महातन के सुनी बकरी के मुँहें सेपुजाली देस में दुर्गा सवारी बाघ ह जेकरनहालें व्यालमाली नित्य गंगाजल से दूबी सेसमूचा देस होके एक बोले एक सुर से जोखड़ा हो तानि के…

आदमी से आदमी अझुराइल…

आदमी से आदमी अझुराइल…

आदमी से आदमी अझुराइल बा।सभे एक दोसरा से डेराइल बा।मिल्लत…

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आधी-आधी रात रतिया के…

आधी-आधी रात रतिया के पिहिके पपिहरा से बैरनिया भइली नामोरा…

आधी-आधी रात रतिया के…

आधी-आधी रात रतिया के…

आधी-आधी रात रतिया के पिहिके पपिहरा से बैरनिया भइली नामोरा…

आपन हमदर्द/ दीपक तिवारी

आपन हमदर्द/ दीपक तिवारी

माई जइसन,प्यार करे,ना करि केहू,आपन हमदर्द,चाहें केतनो, होई सेहूँ। माई…

गीत

  • सानेट: अहिंसा / मोती बी.ए.

    अहिंसक बाघ जो होखे बड़ाई सब करी ओकरअहिंसा के महातन के सुनी बकरी के मुँहें सेपुजाली देस में दुर्गा सवारी बाघ ह जेकरनहालें व्यालमाली नित्य गंगाजल से दूबी सेसमूचा देस होके एक बोले एक सुर से जोखड़ा हो तानि के…

आदमी के हाथ में जब नाथ…

आदमी के हाथ में जब नाथ…

आदमी के हाथ में जब नाथ बाटेतब कवन…

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ऋतु गीत

कुहुकि-कुहुकि कुहकावे कोइलिया,कुहुकि-कुहुकि कुहुकावे।। पतझड़ आइल, उजड़ल बगिया,मधु…

का कहीं

का कहीं

तार तार लूँगा बा, झूला बा, का कहीं ?देहिं…

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सावन सुहागन/ ब्रजेन्द्र कुमार सिन्हा

सावन सुहागन/ ब्रजेन्द्र कुमार सिन्हा

adminOct 4, 20241 min read

सावन सुहागननिरखे अंचरवा,चल भइली विरहिन – भेष ?मास भदउआना लागे भयावनविरहिन उठे ना कलेश.धानी रे चदरियारंग दुपहरियाधरी ले ली जोगिनी के भेष.सुपुली के सोनवाभइले सपनवाचल पिया बसे परदेस.हरी-हरी चुड़ियाहरी रे चुनरियामिली नाहीं अब एही देश.

जुग पुरुष कहावऽ / वेद प्रकाश व्दिवेदी

जुग पुरुष कहावऽ / वेद प्रकाश व्दिवेदी

adminOct 4, 20241 min read

हो भाई सुनऽ, अपने मत धुनऽ;दोसरो के बतिया के मनवा में गुनऽ । सही बात सोचऽ, मुँहवा मत नोचऽ;बात मत बनावऽ, काम करऽ आवऽ । काम बहुत ढेर बा, हो गइल देर बा;हठ मत ठानऽ, बात असल जानऽ 1 बाबू…