आजकल त ज़माना बा राउर / आसिफ रोहतासवी
आजकल त ज़माना बा राउर
गाँव संउसे दीवाना बा राउर
खेत-खरिहान खोरी बगइचा
अब त सगरे सिवाना बा राउर
बेवफाई प नइखी चीहाईल
ई त आदत पुराना बा राउर
आँख काजर करे में खोदाइल
ई त रोवल बहाना बा राउर
पल में ‘ आसिफ’ के फांसी झूला दीं
कोट-इजलास, थाना बा राउर