उठऽ उठऽ मोर किसनवा विहान हो गइलचारुओर चिडियन के चिहचीहान हो गइल। उठ धरती मइया के चरण दबावदुअरा…
जे झूठ के सांच, आ सांच के झूठआडंबर के सादगीक्रूरता के दयाकरिया के उज्जरमें बदलल जानेलाजोसीला भासन सेगरीब…
गणित में बा आंकड़न के महत्व लोकोतंत्र में बा आंकड़न के सम्मान बाकिर जब खेले लागनस आंकड़ा धर्म…
बहै फगुनहट उडै धुरंधरसोन किरवा अस मुड़ै धुरंधर। गांव गली बारी बॅसवारीडहरी डारी खेत कियारीनहर क पुलिया ताल…
कहीं निरदयी कि बेदरदी कहीं हमभुलक्कड़ कहीं कि अलहदी कहीं हमकि झुट्ठा कि लंपट कि बुद्धू अनाड़ीकि अकड़ू…
देहींया बनि गइल टुटही मचान भाई जी।सभे लादत बावे अबहु सामान भाई जी॥ पाया भइल कमजोर दुरलभ भइल…
जरत जीनगी केभला अंजोर कइसनपुअरा के आगजाड़ा के भोर जइसन। मत अगराईंदूज के चांद देखिकेगरहन छीनेला पुनवासी केअंजोर…
सपने में सखी साजन अईलें, हमसे प्यार जतवलेंगोदी में बईठा के हमके, हँसि-हँसिके बतिअवलें॥ खुलल आँख त सेज…
दूध के धोवल केहू नईखे, सबके मगज में खोट बा।जुबान के इज्जत केहू करे ना, सबके नजर में…
नया जुग बा संचय लोलुपलोकतंत्र बधिरपूंजीवाद अधीर। खूब बढ़ल आजु संसाधनटेक्नोलॉजी भरपूरदरकत लोकतंत्र के खंभासब केहू के कसूरधन…