घाव उभर गइल जादा – अभिषेक…
घाव उभर गइल जादा – अभिषेक…

जिनगी के ह रंग सयाना ई का भइल दादा हो, अपने गोड़ गड़ासी पाजऽ घाव उभर गइल जादा…

ByadminSep 26, 20241 min read
बदरा घुरि-घुरि आवे अँगनवा में –…
बदरा घुरि-घुरि आवे अँगनवा में –…

बदरा घुरि-घुरि आवे अँगनवाँ मेंनींद नाहि आवे भवनवाँ में।। मनके महल में सूधिया के पहराप्रीत के हिड़ोले बिरहल…

ByadminSep 26, 20241 min read
कुछ त दीप जरवले जा –…
कुछ त दीप जरवले जा –…

चारो तरफ घनघोर अँधेरा, कुछ त दीप जरवले जारात के बाद सुबह भी होखी, ई एहसास करवले जा.…

ByadminSep 26, 20241 min read
कहs गाँव कs घर कs केशव/…
कहs गाँव कs घर कs केशव/…

बहुत भइल बेपर कs केशव, कहs गाँव कs घर कs केशव! ईंटा कs जंगल में हम तs शहर जी रहल…

ByadminSep 26, 20241 min read
आखर-आखर झूठ लगे अब – अक्षय…
आखर-आखर झूठ लगे अब – अक्षय…

सपना कs पुल टूट गइल बानाव कहीं ना लउके,आस – पास अन्हियार बहुत बागाँव कहीं ना लउके,चाल करे…

ByadminSep 26, 20241 min read
भोजपुरी भासा हऽ माई के/ डाॅ.…
भोजपुरी भासा हऽ माई के/ डाॅ.…

भोजपुरी भासा हऽ माई केदूध हऽ बकरी के गाई (गाय)केलाठी हऽ बाबू के भाई केझोरी हऽ बाबा के…

ByadminSep 26, 20241 min read
कइसन गांव-गिरांव हो गइल/ डाॅ पवन…
कइसन गांव-गिरांव हो गइल/ डाॅ पवन…

कइसन गांव-गिरांव हो गइलअजबे चलन सुभाव हो गइल। गांव शहर में बदले लागलसिमटे लागल खेतिहर धरतीजाने कहां बिलाये लागलजंगल अउरी…

ByadminSep 26, 20241 min read
प्रदूषण क मार /डॉ राधेश्याम केसरी
प्रदूषण क मार /डॉ राधेश्याम केसरी

पेड़ कटाईल धुंआधार, धुँआ-धक्कड़ भइल अन्हार,जड़ में जहर घोलाइल जाता, सुतल मनई अब त जाग।माधो क माटी से ममता, माटी…

ByadminSep 26, 20242 min read
दाल भात चली रात के…/ सुजीत…
दाल भात चली रात के…/ सुजीत…

माड़ो मटकोर गीत बेटी के बारात के,काथा पूजा होई दाल भात चली रात के। दुअरा पर भीरल हलुआई काम…

ByadminSep 26, 20241 min read
बाह रे जमाना…/ सुजीत सिंह
बाह रे जमाना…/ सुजीत सिंह

बाह रे जमाना इ त,हद हो गइल।मेहरारू के आगे माई,रदद् हो गइल।। छोह मउगी से प्यार,माई पावे दुत्कार।माई…

ByadminSep 26, 20241 min read
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