हमहुँ गाँवे रहतीं/ गणपति सिंह
हमहुँ गाँवे रहतीं/ गणपति सिंह

हमहुँ माटी के दीआ बनइती।दिअरी के दीआ जरवतीं।। खेत पटवती ,अलुई बोअतीकाश हमहुँ गाँवे रहतीं।। धुरा धकर फाँकत…

ByadminSep 24, 20241 min read
आपन हमदर्द/ दीपक तिवारी
आपन हमदर्द/ दीपक तिवारी

माई जइसन,प्यार करे,ना करि केहू,आपन हमदर्द,चाहें केतनो, होई सेहूँ। माई के अँचरा,जइसे छाँव, कहि मिले ना,प्रभु के मरजी…

ByadminSep 24, 20241 min read
बिछड़े जब इयार/ दीपक तिवारी
बिछड़े जब इयार/ दीपक तिवारी

जान से बेसी केहू के जब कइल जाला पेयार,दरद होला बड़ा दिल में ऊ बिछड़े जब इयार। दरद जुदाई के…

ByadminSep 24, 20241 min read
 सिंगार / अमरेन्द्र जी
 सिंगार / अमरेन्द्र जी

पियवा जतन करे, मनवा मगन रहे,पग के नुपूर तब, झनके झनकि झनन।पिक करे कुकु कुकु,हिय करे हुकु हुकु,साँस…

ByadminSep 24, 20241 min read
धन-कटनी/ अमरेन्द्र जी
धन-कटनी/ अमरेन्द्र जी

खेतवा की आरी आरी,सुनरी सुग्घरी नारी,पीयरि पहिरी सारी,छमके छमकि छमक।हँसुआ से काटि धान,गावेली मधुर गान,कर के कंगन दूनो,खनके खनकि खनक।।…

ByadminSep 24, 20241 min read
कहवाँ गइल?/ निर्भय नीर
कहवाँ गइल?/ निर्भय नीर

कहवाँ गइलऽ, मोरी मनवा रे ।।एह करे खोजीं, ओह करे खोजीं,कतहीं ना पाईं , तोरी संगवा रे।कहवाँ गइल…

ByadminSep 24, 20241 min read
मन के मुनरवा/ निर्भय नीर
मन के मुनरवा/ निर्भय नीर

हमरा मन के मुनरवा हेरा गइले हो।झटके में हियरा दुखा गइले हो।हमरा मन के मुनरवा हेरा गइले हो।…

ByadminSep 24, 20241 min read
जवना से तौबा कइले रहनी/ संग्राम…
जवना से तौबा कइले रहनी/ संग्राम…

पडे ना देब ओकर छाया हो,अब फेर भइल उहे गलती,बेवकुफ बानी की बेहाया हो? हम प्रित में धोखा पवले रहनी,तब मन हमार बउराइल…

ByadminSep 24, 20241 min read
जय-जय सब भारतवासी के | संग्राम…
जय-जय सब भारतवासी के | संग्राम…

सभ्यता संस्कृति के देश रहे,अब त कुछु अउरे शुरु भइले,सोने के चिडीयाँ भी उड़ गइल,ना जाने कहाँ विश्वगुरु गइले,लोक लाज…

ByadminSep 24, 20241 min read
बिछौना बेवधान के – देवेन्द्र कुमार…
बिछौना बेवधान के – देवेन्द्र कुमार…

करे खातीर शासन सभे बेंचलसि बिचार,  हार होइबे करी।  चुटुकी भर पावे खातीर करब जब मार,  हार होइबे…

ByadminSep 24, 20241 min read
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