आगे जाईं कि पिछे लखात नइखे, चुपे रहीं कि बोली बुझात नइखे। जमते जमतुआ जुगजितना भइल, हमरा जोडी़…
बहूत डरावना भयानक रातदेखनी हइ जब ओके आजअसपताल के एगो कोना मेचिखत रहे लेके धिरे धिरे सास दरद…
इक दिन बहुत हाहाकार मचलभात ,दाल ,तरकारी में।काहे भैया नून रूठल बाबैठक भईल थारी में। दाल- तरकारी गुहार…
मन तू काहे ना करे रजपूती।असहीं काल घेरि मारत ह जस पिजरा के तूती।पाँच पचीस तीनों दल ठाड़े…
नजरिया के बतिया नजरिया से कहि दना चमके सोनहुला किरनिया से कहि द नयन में सवनवाँ बनल बाटे…
आइल मस्त महीना सजनी, धरती पर मुस्कान रे।।झुकल आम के डाढ़ि बौर से, भीतर कोइली बोललसाँझ समीरन बहल…
अनजाना राही कहे, गलत के राह।बुद्धिमान सम्मान के, करे कबो ना चाह ॥1॥अनभल केहू के कइल, अपने पथ…
जब भोजपुरिया तइयार रही तब रोब केहु कइसे गांठी ।फेर कसऽ लंगोटा तू आपन फेर हाथ में तू…
चम्पारन के देखीं हाल ।मन-चित लाई सुनी हवाल ॥सोमेश्वर के ई धरती हऽ परम पूज मनभावनचम्पा के जगल…
अब गैरियत के बात का मन हो गइल तमामतोहरे में हम समाइल, हमिता के अब न नाम दउराइ…