अब गैरियत के बात का मन हो गइल तमामतोहरे में हम समाइल, हमिता के अब न नाम दउराइ…
1गहना के रूप से सोनार के ना मोह बाआगी पर ओके गला देलाआ खाँटी सोना के निकालि लेलानया…