फागुन के बचपन उतरि गइल हो चइता भइली जवानमनवाँ में उतरल रतौंधी हो अँखियन में गुमान !कोंची के…
नाचे बउर बसन्त के लहरिया गुजरीमाते मधुआ से भीतर बहरिया गूजरीलेसे कोइल – पपीहा के बचनियाँ हिये सूलगूंजे…
कतना बहार बा हमरा बिहार मेंजतने सुखार में ओतने दहार मेंबाकि जे बंचल से भूकंप के दरार में…
टाटा-बिरला के गरीआव नेता बन जा ।घर-घर के ममिला अझुराव नेता बन जा ॥ मन्दिर-मस्जिद गिरजा गुरुद्वारा में…
(1)उमिर ढलल त का हो जाई ?मन मजबूत जवान बनाई;मन कमजोर बनाईं काहे ?जे कुछ आई, देखल जाई…
(1)काहे निर्गुन गावतानी ?दोसरो के भरमावतानी;जीवन रन ह, बिगुल बजाईंतब देखों का पावतानी ।(2)साहसवाला सभ पावेला,गीत खुशी के…
दूर देस से चल के एह धरती पर अइनीएही चंपारण में आपन ठेहा हलवनी चंपा के फूलन से…
बहे लागे पुरवा सजोर,उड़े लागे अंचरवा के कोर. अमवा के गछिया लागे करूआइनपिपरा का पतिया से का बतिआई…
सावन सुहागननिरखे अंचरवा,चल भइली विरहिन – भेष ?मास भदउआना लागे भयावनविरहिन उठे ना कलेश.धानी रे चदरियारंग दुपहरियाधरी ले…
हो भाई सुनऽ, अपने मत धुनऽ;दोसरो के बतिया के मनवा में गुनऽ । सही बात सोचऽ, मुँहवा मत…