हरफे-हरफे काजर-टीका अंग-अंग नोक्ता देहीं।हमरो एगो शे’र समय का पहिया पर लिखवा देहीं। हम का लिखीं बसीयत हमरा…
आवे बसन्त दुअरियामगन मन नाचले गोरिया।मधुरे पवन रस बेनियाँ डोलावेनदिया लहरि दरपनवाँ देखावेधरती पेन्हावेले चुनरियामगन मन नाचेले गोरियानन्ही…
साधना कइला से मन में ही होलानाहीं त ऊ बड़ा मोट बनि जाला। मेंही भइला से मन व्यापक…
1गहना के रूप से सोनार के ना मोह बाआगी पर ओके गला देलाआ खाँटी सोना के निकालि लेलानया…
कमइया हमार चाट जाता, इहे बाबू भइया। जेकरा आगा जोंको फीका, अइसन ई कसइयादूहल जाता खूनो जेकर, अ…
उमरिया ई झंझट बेसाहे में लागलविविध लोग के चित्त थाहे में लागल।रहीं एगो नोकर मिलल खूब ठोकरभले दुष्ट…
आज आकाश में भी बथान भइल रेचान सूरज पर आपन मकान भइले रे। रोज विज्ञान के ज्ञान बढ़ते…
छोड़-छोड़ आसा अकेले नाव खोल रे।ऊ खूब नीमन गइला पर जननी लगेला सुहावन सुदूर वाला ढोल रे-अब-तक उनकर…
जब देखीं भितरी दरपन मेंतूँ लउकेलऽ, हमरा जगहाहम तोहरा, तूँ हमरा मन में ! नीमन बाउर कुछ न बुझालारीझत…
गते-गते दिनवाँ ओराइल हो रामारस ना बुझाइल। अँतरा क कोइलर कुहुँकि न पावेमहुवा न आपन नेहिया लुटावेअमवो टिकोरवा…