माई / कनक किशोर 
माई / कनक किशोर 

तोहार अँचरा के छंहिया भुलाई कइसे माई | रगे रगे बसेला तोहारे खून देहिया मेंसब सुख पवनी हम…

ByadminOct 1, 20241 min read
तहरा बिना तनी ना रकटना/ स्व…
तहरा बिना तनी ना रकटना/ स्व…

तहरा बिना तनी ना रकटना, ए नंदलाल । भागल, खेदाइल, कवना नगरी से आईल बाड़, ए नंदलाल,चुलबुल चोर…

ByadminOct 1, 20241 min read
दरसन बिना छछनत लोचनवा/ स्व रामजी…
दरसन बिना छछनत लोचनवा/ स्व रामजी…

दरसन बिना छछनत लोचनवा,मोहले बा मन मोहन मधुरी मुसकनवा | दरसन बिना.. देखि के तोहार रूप, छाती भइल…

ByadminOct 1, 20241 min read
चल चल रे मनवाँ गाँवे चलप्रेम…
चल चल रे मनवाँ गाँवे चलप्रेम…

जवना खातिर शहर धइले,ओकरे चलते जहर खइले !जिनिगी मिलल ना मउअते मिलल,कुछ त पावे गाँवे चल !!चल चल…..…

ByadminOct 1, 20241 min read
पतझड़ के महीनवाँ आईल सखी रेखिलल…
पतझड़ के महीनवाँ आईल सखी रेखिलल…

बड़ा जतन करि खोंतवा बनवनीं,उ खोंतवा में नेहिया बसवनी !बाट जोहत अँखिया पथराइल सखी रे,खिलल…… केतना नजरिया से…

ByadminOct 1, 20241 min read
भोजपुरी के अपनावल सीखा / राम…
भोजपुरी के अपनावल सीखा / राम…

झूठहीं सपना देखावल छोड़ाधरती गगन लिखावल छोड़ा। अहंकार से भरले बाड़ा बबुआहमके अउर सीखावल छोड़ा। हमनी के भाषा…

ByadminOct 1, 20241 min read
भोजपुरी के मान्यता देईं ए सरकार…
भोजपुरी के मान्यता देईं ए सरकार…

हमनी के देश में गांव के गढ़ कहल गईल बा आ हमनी के ओरीत भाषा भोजपुरी में ही…

ByadminOct 1, 20241 min read
रोकल पानी/ रवीन्द्र श्रीवास्तव ‘जुगानी भाई’
रोकल पानी/ रवीन्द्र श्रीवास्तव ‘जुगानी भाई’

परिछन के चुनरी में कप्फन क पेंवना ईऊपर से राम नाम, नीचे सब अपना ई अपनन से कटे…

ByadminSep 30, 20241 min read
कहाँ से पाठक खोजल जा/ रवीन्द्र…
कहाँ से पाठक खोजल जा/ रवीन्द्र…

पूछत भर में मुँह विचका के, चलि दिहलें ऊ अपने राहीका हो बाबू ! कविता चाहीं ? सस्ता…

ByadminSep 30, 20241 min read
बुतइले से पहिले/ रवीन्द्र श्रीवास्तव ‘जुगानी…
बुतइले से पहिले/ रवीन्द्र श्रीवास्तव ‘जुगानी…

ई समय, अइसन नदानीलगलि बदले तंत्र छिन छिनलाल, पीयर, आसमानी सामने मकरी क जालाजियत माछी ना घोटालारोज बदले…

ByadminSep 30, 20241 min read
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