हरफे-हरफे काजर-टीका अंग-अंग नोक्ता देहीं।हमरो एगो शे’र समय का पहिया पर लिखवा देहीं। हम का लिखीं बसीयत हमरा…
आवे बसन्त दुअरियामगन मन नाचले गोरिया।मधुरे पवन रस बेनियाँ डोलावेनदिया लहरि दरपनवाँ देखावेधरती पेन्हावेले चुनरियामगन मन नाचेले गोरियानन्ही…