रतिया अंजोरिया नदी के कगरिया,बाँसुरी बजल रसवारी।साँय-साँय बोलि डोले पुरवा पवनवाँ,रहि-रहि मन मोहे मीठी-मीठी तनवाँ,नदिया के धरवा प…
हरसिंगार के सिंगार में जगल बहार बा।डार-डार पात-पात में जगल दुलार बा।देख के सिंगार सबबिहँस रहल अकाश बा।हाव-भाव…