सूख गइल सरिता उमंग के, कुम्हिला गइल सुमन,कहाँ निरेखीं आपन सूरत, दरक गइल दरपन।अँगना में तुलसी के बिरवा…
सूखि गइलआँखिन में लहलहातसपनन के समुन्दरखूने-खून हो गइल-सतलज, व्यास, रावीझेलम, चिनाब के पानीबेटिन के जवानीफटाफट बन हो गइलमए…