गिरिजा-कुमार!, करऽ दुखवा हमार पार;ढर-ढर ढरकत बा लोर मोर हो बाबूजी।पढल-गुनल भूलि गइलऽ, समदल भेंड़ा भइलऽ;सउदा बेसाहे में…
हाय हाय राजा कैसे कटिये सारी रतियाजबले गइले राजा सुधियो ना लिहले, लिखिया ना भेजे पतिया ।। हाय…