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औचक डंका पड़ी मन में कर…
औचक डंका पड़ी मन में कर…

औचक डंका पड़ी मन में कर होशियारी हो।काल निरंजन बड़ा खेलल बा खेलाड़ी हो।।सुर नर मुनी देवता लो…

Byदरसन दासSep 22, 20241 min read
कहु का ना छुटी बा भजे…
कहु का ना छुटी बा भजे…

कहु का ना छुटी बा भजे के हरि नमवा।।धधा तोरा धावल फिरे चढ़े गरदनवामाया के बिसरेला भइल बा…

Byदरसन दासSep 22, 20241 min read
दरसन दास - भोजपुरी मंथन