भोरे भोरे सूरज आके जब मुस्काये लागल, धीरे-धीरे हमरा मन के कमल फुलाए लागल। कतना दिन पर उनुका…
बीत गइल मधुमास सुहावन, साँस-साँस में बिथा समाइल;अब बतलाव अइल हा तू, केकर माँग सँवारे हो? कतना फागुन…
बीत गइल मधुमास सुहावन, साँस-साँस में बिथा समाइल ;अब बतलाव अइल हा तू, केकर माँग सँवारे हो ? कतना फागुन…
भोरे भोरे सूरज आके जब मुस्काये लागल,धीरे-धीरे हमरा मन के कमल फुलाए लागल।कतना दिन पर उनुका के भर…