सगरी बिपतिया के गाड़ भइलि जिनिगी।नदी भइल नैना पहाड़ भइलि जिनिगी। आग जरे मनवा मेंधधकेले सँसियाअसरा में धुआँ…
ना जाने जे अँखिया में केतना ले लोर बा।। प्यारी-प्यादी अँखिया में कारी-कारी पुतरीपलक का खोंता जइसे झाँकेली…