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अब्बो ले सुपवा बोलेला / जयशंकर…
अब्बो ले सुपवा बोलेला / जयशंकर…

ताल तलहटी, गाँव क रहटीकब फूटल किस्मत खोलेलाअब्बो ले सुपवा बोलेला। दिन में खैनी साँझ क हुक्काभोरे आइल…

के के देखाईं चुनरिया / जयशंकर…
के के देखाईं चुनरिया / जयशंकर…

अँगना छिंटाइल अंजोरिया हो रामा मन मधुवाइल। अमवा के मोजरी से कोइलर के बोलियाचढ़त चइतवा में ताना देव छलिया…

जयशंकर प्रसाद द्विवेदी - भोजपुरी मंथन