सूप भरि रूप केसनूख भरि सोहुआ मेंसानल सनेहिया सलोरआन अवरू अपना केनेह-नाता गरगटलहना के बाटुरे बटोर।सोनवा के जाल…
खेत के मुआर छिलातिया जइसे छुरा सेकपार के बार छिलाला,पइनि-अहरा-नहरनेता लोग के बात लेखाखाली बाअकाल के उदन्त भँइसाचरि…
अरुआइल बा बात तहार, हटाव फरका,ले अइब एने अब त पटरी ना खाई। चूरी-टिकुली के हम सुनलीं गीत…