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कँवल से भँवरा विछुड़ल हो, जहँ…
कँवल से भँवरा विछुड़ल हो, जहँ…

कँवल से भँवरा विछुड़ल हो, जहँ कोइ न हमार ।। 1।।भौंजल नदिया भयावन हो, बिन जल कै धार…

ByकबीरदासSep 19, 20241 min read
का ले जैबो, ससुर घर ऐबो…
का ले जैबो, ससुर घर ऐबो…

का ले जैबो, ससुर घर ऐबो।। टेक।।गाँव के लोग जब पूछन लगिहैं, तब तुम का रे बतैबो ।।…

ByकबीरदासSep 19, 20241 min read
तोर हीरा हिराइल बा किंचड़े में…
तोर हीरा हिराइल बा किंचड़े में…

तोर हीरा हिराइल बा किंचड़े में।। टेक।।कोई ढूँढे पूरब कोई पच्छिम, कोई ढूँढ़े पानी पथरे में।। 1।।सुर नर…

ByकबीरदासSep 19, 20241 min read
मन न रँगाये रँगाये जोगी कपड़ा…
मन न रँगाये रँगाये जोगी कपड़ा…

मन न रँगाये रँगाये जोगी कपड़ा।। टेक।।आसन मारि मंदिर में बैठे, नाम छाड़ि पूजन लागे पथरा।। 1।।कनवां फड़ाय…

ByकबीरदासSep 19, 20241 min read
कौ ठगवा नगरिया लूटल हो /…
कौ ठगवा नगरिया लूटल हो /…

कौ ठगवा नगरिया लूटल हो।। टेक।।चंदन काठ कै वनल खटोलना, तापर दुलहिन सूतल हो।। 1।।उठो री सखी मोरी…

ByकबीरदासSep 19, 20241 min read
कबीरदास - भोजपुरी मंथन