अस मन बूझींहाल गाँव केनिमिया केछुवत बयार केपिपरा तललहरत छाँव के। हुलस-हुलसमन मोरवा नाचेतोतारामरामायन बाँचेउछल-उछल केगुद्दी देखावेकलाकारी निज…
बड़ा तेज लागेलासाँच के आँचबड़ा अजीब होलाअसर एकरकाहें किसभे ना करेला साहससाँच कहे केसाँचसबके जहर लागेलातबे अच्छा-अच्छा लोगसाँच…
होखे कबो झगड़ाचाहे तकरारओहू में छलकेमाई-चाची के दुलाररहि-रहि सुनाला ओहिमेहुँशियारी, नादानीएक्के झगड़वा मेंदस गो कहानी।ऊ झगड़ा ना,रहे रिश्ता…
हमहूँ सपना देखेनीसपनवे ओढ़ेनीसपनवे बिछावेनी,पेट के क्षुब्धासपनवे से मेटावेनी।सपने से चलत सँसरी बाजेकरा लगे सपना नइखेओकर जिनगी तऽजीअतके…
सबसे उपजाऊँसबसे सयगरटोला के उत्तरगंडक के कछार मेंदूर-दूर ले विस्तारित बावृत्त वाला खेत केचैकसलहलहात स्वरुप।सभे मन से जुट…
निहुरत उचकलगोड़वा मुचकलओहू में पूछत सबके हालबेंगुची चलल ठोंकावे नाल। ताल तलैया सूखत रहेलेउचरत चिरई कुछूओ कहेलेअसरा पर…
खाली आस्था के छाँव ना हवेंजड़ के उदहारणना हवें खालीजल के चढ़ावा के आसन,हमरा गाँव के बरम बाबाहवेंऽसबके…
जिनगी जहर ना हऽहहरावेलेघहरावेलेतबोकहर ना हऽ।जिनगीराग हऽरंग हऽएह केअजब-गजब ढंग हऽई कई बेर बुझालेकि बिना बिआहे के बाजा…
बदलल जमानाबदलल ओझा-सोखा।मुँह में बाड़े रामबगल से मिले धोखा।। असरा के बदरा उड़ल बन के भुआपता लागल तब…
जीअन कहले गाँव मेंपिपरा के छाँव मेंइनरा के पानी परलौकी-कोहड़ा छान्ही परजे के मन करेतूरे, खाये,धोबीघटवा में डुबकी…