आधी-आधी रात रतिया के पिहिके पपिहरा से बैरनिया भइली नामोरा अँखिया के रे निनिया से बैरनिया भइली ना।पिया…
आधी-आधी रात रतिया के पिहिके पपिहरा से बैरनिया भइली नामोरा अँखिया के रे निनिया से बैरनिया भइली ना।पिया…
चलत-चलत मोरा पईया पिरइले, ए ननदिया मोरी रेतबहूं ना मिलेला उदेश, ए ननदिया मोरी रे।अपने न अइलें पिया…