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खुब्बे फुलाइल बा सरसो, ओढ़ले बाटे…
खुब्बे फुलाइल बा सरसो, ओढ़ले बाटे…

खुब्बे फुलाइल बा सरसो, ओढ़ले बाटे सेमर लाल दुलाई।बारी में कोइलि बोलतिया महुआ के टपाटप देत सुनाई।।के मोरा…

आव ई त घर आपन बा,…
आव ई त घर आपन बा,…

आव ई त घर आपन बा, का दुआरे खड़ा हो सँकोचत बाट।का घर के सुध आवतिआ, खम्हिया से…

मन्नन द्विवेदी ‘गजपुरी’ - भोजपुरी मंथन