हमार बा अमावस के रात अइसन जिनगीजेमें हमार प्रान घोंघा अइसन टकटोर-टकटोर के चलेलाआ हमार धृतराष्ट्री कुल-मर्यादा बाँध…
जमुनी रे!एह छितनार फुलाइलगुलमुहर का नीचेदू छन सुस्ता ले रे ।तोरा पसेना सेई करिया सड़कसद्यःस्नाता बन चुकल बियाआ…