अडिग रही आपन आस्था आत्मदान मेंमन मंदिर के घंटियन में गूंजी हमनी के प्रेमदखनइया मलयानिल हिलोर लेई हमनी…
कई बेर सांझी के बेराबँसवारी के ललचौंह में चुपचाप बइठलएगो छेड़ देईलाँ किस्सा कहनीअढ़उल के फूल के गप्पगुल्लर…