लाल आसमान हो गइल होई,रात के जान जब गइल होई।का पता भूख खा गइल या किजरावल गइल दहेज…
चुनलीं त फूल काँट के बटीर आ गइलजब-जब हँसे के चहलीं तबे लोर आ गइल देखले रहीं अन्हार…