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लाल आसमान हो गइल होई /…
लाल आसमान हो गइल होई /…

लाल आसमान हो गइल होई,रात के जान जब गइल होई।का पता भूख खा गइल या किजरावल गइल दहेज…

चुनलीं त फूल काँट के बटीर…
चुनलीं त फूल काँट के बटीर…

चुनलीं त फूल काँट के बटीर आ गइलजब-जब हँसे के चहलीं तबे लोर आ गइल देखले रहीं अन्हार…

तैयब हुसैन ‘पीड़ित’ - भोजपुरी मंथन