बिना भजन भगवान राम बिनु के तरिहें भवसागर हो।।पुरइन पात रहे जल भीतर करत पसारा होबून्द परे जापर…
संत से अंतर ना हो नारद जी, संत से अंतर ना।। टेक।।भजन करे से बेटा हमारा, ग्यान पढ़े…