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बुद्धायन / अर्जुन कुमार सिंह ‘अशांत’

बुद्धायन / अर्जुन कुमार सिंह ‘अशांत’

बन्दौ शाक्य कुमार, जाहि जन्म संवाद सुनि।उमड़ल हर्ष अपार, शुद्धोदन सम्राट उर ॥ 1 ॥ कीन्ह दान परमार्थ, अन्न, वस्त्र, धन, सोमरस।नामकरण सिद्धार्थ, गौतम घर-परिवार महँ ॥ 2 ॥ देखि सकल संसार, भरल कष्ट घनघोर दुख।जिन पत्नी परिवार, रंग महल…

बुतइले से पहिले/ रवीन्द्र श्रीवास्तव ‘जुगानी भाई’

बुतइले से पहिले/ रवीन्द्र श्रीवास्तव ‘जुगानी भाई’

ByadminSep 30, 20241 min read

ई समय, अइसन नदानीलगलि बदले तंत्र छिन छिनलाल, पीयर, आसमानी सामने मकरी क जालाजियत माछी ना घोटालारोज बदले रंग गिरगिटका परी पाथर की पाला जीभ चटकारति बा…

बुढ़ारी – कवीन्द्र नाथ पाण्डेय

बुढ़ारी – कवीन्द्र नाथ पाण्डेय

ByadminSep 26, 20241 min read

देहींया बनि गइल टुटही मचान भाई जी।सभे लादत बावे अबहु सामान भाई जी॥ पाया भइल कमजोर दुरलभ भइल अंजोर।निहुर चललऽ हमार भइल पहचान भाई जी॥ केहु लगे…

बीत गइल मधुमास सुहावन – गणेश दत्त ‘किरण’

बीत गइल मधुमास सुहावन – गणेश दत्त ‘किरण’

बीत गइल मधुमास सुहावन, साँस-साँस में बिथा समाइल;अब बतलाव अइल हा तू, केकर माँग सँवारे हो? कतना फागुन गइल, सूल से भरल बदरिया लहराइल नाकतना कदम अपात…

बिहार के बहार/ अरुण भोजपुरी

बिहार के बहार/ अरुण भोजपुरी

ByadminOct 4, 20241 min read

कतना बहार बा हमरा बिहार मेंजतने सुखार में ओतने दहार मेंबाकि जे बंचल से भूकंप के दरार में ! हिंसा परमोधर्म अवत, सत्य अहिंसा पापधरती गौतम महावीर…

बिहाने बेरिआ/ रामाज्ञा प्रसाद सिंह ‘विकल’

बिहाने बेरिआ/ रामाज्ञा प्रसाद सिंह ‘विकल’

ByadminOct 4, 20241 min read

बोली कुचकुचवा बिहाने बेरिआ । कतना बारात एकर रउरा ना बूझ वानिसि निसि रतिआ के तनिको ना सूझ बादेखीं ना दलीची से रतिआ के रूपवालउकेना कुछउ अन्हारे…

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बिना भजन भगवान राम बिनु के तरिहें भवसागर हो…

Byटेकमन रामApr 3, 20251 min read

बिना भजन भगवान राम बिनु के तरिहें भवसागर हो।।पुरइन पात रहे जल भीतर करत पसारा होबून्द परे जापर ठहरत नाहीं ढरिकि जात जइसे पारा हो।।तिरिया एक रहे…

बिछौना बेवधान के – देवेन्द्र कुमार राय

बिछौना बेवधान के – देवेन्द्र कुमार राय

ByadminSep 24, 20241 min read

करे खातीर शासन सभे बेंचलसि बिचार,  हार होइबे करी।  चुटुकी भर पावे खातीर करब जब मार,  हार होइबे करी।टेक।  बसुधा कुटुम्ब सोंच पुरुखन के रहे,  सुख दुख…

बिछड़े जब इयार/ दीपक तिवारी

बिछड़े जब इयार/ दीपक तिवारी

ByadminSep 24, 20241 min read

जान से बेसी केहू के जब कइल जाला पेयार,दरद होला बड़ा दिल में ऊ बिछड़े जब इयार। दरद जुदाई के सहले नाही सहाला हो,दुनियाँ लागे वीरान कुछ ना बुझाला…

बाहुबली/ कन्हैया सिंह ‘सदय’

बाहुबली/ कन्हैया सिंह ‘सदय’

ByadminOct 1, 20241 min read

डाकू-लूटेरा बाहुबली, जीति नेता बनि के आ गइलें,संसद के महिमा माटी भइल, बरबाद ई देशवा हो गइलें ।रंगदारी आ सीना जोरी, रोज रोज के धंधा हो गइलें,जनता…

कविता/ गीत / गज़ल - भोजपुरी मंथन - Page 10