कोइलरि कूहे अधिरतिया आ बैरीचइत कुहुँकावे.रहि रहि पाछिल बतिया इ बैरीचइत उसुकावे. कुरुई-भरल-रस-महुवा, निझाइलकसक-कचोटत मन मेहराइलउपरा से कतना सँसतिया, आ बैरीचइत कुहुँकावे फगुवा गइल दिन कटिया के आइलअइले ना उहो, खरिहनवा छिलाइलकब मिली उहाँ फुरसतिया, इ बैरीचइत कुहुँकावे मुसवा-बिलइया, चुहनिया…
जिनगी के ह रंग सयाना ई का भइल दादा हो, अपने गोड़ गड़ासी पाजऽ घाव उभर गइल जादा हो। सूख गइल बा पोखरा गड़ही सूख रहल बा…
जइसे दूध-दही ढोवेसबके सेहत के चिंता करे वालागाँव के ग्वालिन हऽगौरैयाएक-एक फूल के चिन्हें वालामालिन हऽ।अँचरा के खोंइछा हऽविदाई के बयना हऽअधर के मुस्कान हऽलोर भरल नैना…
नाथ बोले अमृत बाणी वरिषेगी कंबली भीजैगा पाणी ।गाडी पडरवा बांधिले शूंटा, चले दमामा बाजिलै ऊंटा ।कऊवा की डाली पीपल बासे, मूसा कै सबद बिलइया नासे ।चलै…
आभी- गाभी बोलि गोपी लोग, करे लागल बचन प्रहार ।ज्ञान-गुमानी उधो बाबा, माने लगले तब मन के हार ॥का उत्तर दीं केकर कइसे, सभके तेज अनोखा धार…
कहीं निरदयी कि बेदरदी कहीं हमभुलक्कड़ कहीं कि अलहदी कहीं हमकि झुट्ठा कि लंपट कि बुद्धू अनाड़ीकि अकड़ू कि अँइठू कि पक्का खेलाड़ीगयल हउवा जब से न…
सुमिरन कर ले गुरुजन केनिरमल कर ले निज मन के हटल अऩरिआ हिरदय सेकिरिन फुटवलें सिखवन के कहत करत जे भर जिनगीतन अइसन जे गुरुजनके करम पुजन…
गुरु का हमारे देश में तो पूज्यनीय महत्त्व है ।गुरु पुर्णिमा दिवस का गरिमामयी अस्तीत्व है ।।गुरु पुर्णिमा अपनी जगह शिक्षक दिवस अब आ गया ।इस बदलते…
रउवा ढेर दिन पर गुरु जी पधरनी दुवार,अवसर दिहनी हमरा के करे के सत्कार। हाल चाल कुशल मंगल आपन बताई,दिहीं आशीष शिर पर हथवा फेराई।मकसद बताई लेके अइनी का विचार…अवसर…
गुर कीजै गरिला निगुरा न रहिला।गुर बिन ग्यांन न पायला रे भईया॥टेक॥ दूधैं धोया कोइला उजला न होइला।कागा कंठै पहुप माल हँसला न भैला॥1॥ अभाजै सी रोटली…