बबुनी चलs तूं मत बलखाकेगिरीहें चांद सूरज मुरछाकेकरs जवानन पर रहममत लs बुढवन के धरमई खिलत जोबना देखलाकेबबुनी चलs……. सुन्दरता के तूं दरिया बाडूयौवन से लहकत सरिया बाडूई उमर बडा नाजुक होलासंभल संभल के चले होलाशिकारी बैठल घात लगाकेबबुनी चलs………
के हरि हउवें फुल बगिया के माली होके हरि फूल बिहँसावेलें हो ? के हरि तितली के भेजि भेजि कलियन पररसगर नेहिया लगावेलें हो ? के हरि…
फागुन फाग बुलाई दिहले, अंग-अंग फुलाई दिहले हे।मइया ओढ़ि के वासंती चुनरिया, नगरिया हरसाई गइले हे।।चइत चनरमा चिढ़ाई गइले, पिया बिन तरसाई गइले हे।मइया वासी जे भात…
चइती फसिल गदराइल, फगुनवाँ गउवाँ में आइल,धरती पियरकी रंगाइल, फगुनवाँ गउवाँ में आइल। पेड़वा पुरनकी पतइया गिरावैनई-नई कलंगी से देहिया सजावैपछुआ बयरिया रसाइल, फगुनवाँ गउवाँ में आइल।…
जिनगी जहर ना हऽहहरावेलेघहरावेलेतबोकहर ना हऽ।जिनगीराग हऽरंग हऽएह केअजब-गजब ढंग हऽई कई बेर बुझालेकि बिना बिआहे के बाजा हऽछन में फकीर हऽ ईछन मेंचक्रवर्ती राजा हऽ।ई तऽ…
पेड़ कटाईल धुंआधार, धुँआ-धक्कड़ भइल अन्हार,जड़ में जहर घोलाइल जाता, सुतल मनई अब त जाग।माधो क माटी से ममता, माटी क उपजाऊ छमता,रसायन से ख़तम हो गइल, ख़त्म हो गइल…
प्रकाश चाही?प्रकाश बा कहाँ?दीया लेसे के होखेत विरहानल से लेस लऽबुताइल दीया राख के का होई?इहे लिखल रलऽ भाग में?एह से त मरन अच्छा!!आरे, जरा ल विरहानलविरह…
हाय हाय राजा कैसे कटिये सारी रतियाजबले गइले राजा सुधियो ना लिहले, लिखिया ना भेजे पतिया ।। हाय हाय….हाय दिनवां बितेला सैयां बटिया जोहत तोर, तारा गिनत…
पोर पोर घाव हो गइल ।दर्द के पड़ाव हो गइल । माथा पर बइठल बा अनघा ले दनघर-घर में बाटे अब मौत के चलनजिन्दगी छलाव हो गइल…
बहे लागे पुरवा सजोर,उड़े लागे अंचरवा के कोर. अमवा के गछिया लागे करूआइनपिपरा का पतिया से का बतिआई डोले लागेला डेहुँगी झकझोर,उड़े लागे अंचरवा के कोर. पासे…