जेने देखीं वोने,बस जलन बा डाह बा!!गावं समाज के, इ घाव गहिराह बा!! आपन त चलत बा, कौनो लाखन खींच-खाँच के,बाकिर दोसरा के चक्क्रर में लोग तबाह बा!! कोहर के बोली त ,लोग के लागेला निक,आ खुल के हंस दिहल,…
सबेरे-भोरे झुर-झुर बहे पुरवइया । ढरकि-ढरकि जाय मोरा माथे कऽ अंचराबहहि – बहकि जाय मोरा अंखियन कऽ कजराभौंरा कऽ आस जोहे अल्हड़ अमरइया प्राची के दरपन से…
हाथ जोड़ि विनती करी ना गुरुदेव जी केचरन के धुरी लेई माथ प चढ़ाइनाबेरी-बेरी सुमिरीना गुरु के चरनिया केनाथ अब पनिया से पिण्ड के सँवारी नादिहनी जे…
जेकरा कम्मर ना, चट्ट, बरतन बा,रे लोगवा, जेहल में बंद बा ना! केहू-केहू से बरतन ले के, कसहूं करत भोजन बाजेल जीवन प ध्यान ना देता, केहिविधि…
जेकरा से आस रहे बाप के करतूत ना ढोईउहो अब तऽ ओही राह पर दर के चलताजमाना के आँख में धूर झोंकला प लिख लेलातसल्ली एतने बा…
हो भाई सुनऽ, अपने मत धुनऽ;दोसरो के बतिया के मनवा में गुनऽ । सही बात सोचऽ, मुँहवा मत नोचऽ;बात मत बनावऽ, काम करऽ आवऽ । काम बहुत…
जीअन कहले गाँव मेंपिपरा के छाँव मेंइनरा के पानी परलौकी-कोहड़ा छान्ही परजे के मन करेतूरे, खाये,धोबीघटवा में डुबकी लगाये।सभे भाई-भतीजा हऽ,गाँव के दमदासबके जीजा हऽ।बोधा भाईगाँव भर…
जिनिगी के समय हेरा के पवले के बाटेबूढ़ी समइया पथ पर धवले के बाटे बचपन से गोड़ सम्हार के राखऽ ए भाईगिरल मुसाफिर कबो उठवले के बाटे हँसत खेलत…
बहा देलू सोना, बचावे लू पानी।कवन भोर सपना देखावेलू रानी।। गदहा क पीठ पर बानर सवार बाका देखी रोगिन क बैदे बेमार बाकाने से दूनो बहिर बाने…
जिनगीखाली तइयार रोटी ना हऽपानी हऽपिसान हऽरात के अन्हरिया परटहकत बिहान हऽकुदारी के बेंट परठेहा लागल हाथ हऽकोड़ झोर कइला परसगरो बनत बात हऽबैलन के जोत हऽहर…