अंजुरी में पानी के धइलेसोचs तानींए पानी! काहे तोहर नेह के छुवनदुःख के दाहड़ खानी मन मेंगोंगियाइल बउराइल जाताकतना नीमन याद जुड़ल बातोहरा संगेलईकाईं में जवरे-जवरेखूबे खेल तमासा कईनींघूँट-घूँट तोहरा के भरनींपियास बुझइनींडुबकी लगइनींपोखर में हमउबडुब भइनींनाहर तीरेगोड़ लटइले,घंटनछपछप-छपछप कइनींआ…
ए का हो कोरोना जान लेइए के मनबहमनी के दुख बोलs कहिया तू जनब। सुनs तहरा चलते बड़ी घटा भइल बाअब हमदर्द आपन रहत फइल बा। मुहवाँ…
मटियार मटिया अब ऊसर हो गइल,रहे लहलहात जवन पीयर हो गइल । पेयार के धार जहाँ रहे बहत,अब झाड़ बालू के दीयर हो गइल । धारा के…
(1)उमिर ढलल त का हो जाई ?मन मजबूत जवान बनाई;मन कमजोर बनाईं काहे ?जे कुछ आई, देखल जाई ।(2)काहे गुमसुम ताकत बानी ?मन ही मन का भाखत…
उमरिया ई झंझट बेसाहे में लागलविविध लोग के चित्त थाहे में लागल।रहीं एगो नोकर मिलल खूब ठोकरभले दुष्ट लोके सराहे में लागल। सभा अउर संस्था में बीतल…
उनुका से कहि दऽ / डॉ अशोक द्विवेदी रसे-रसे महुवा फुलाइल हो रामाउनुका से कहि दऽ।रस देखि भँवरा लोभाइल हो रामाउनुका से कहि दऽ। पुलुई चढ़ल फिरुउतरल…
आज आकाश में भी बथान भइल रेचान सूरज पर आपन मकान भइले रे। रोज विज्ञान के ज्ञान बढ़ते गइल,लोग ऊँचा-से-ऊँचा पर चढ़ते गइलआज सगरे आ सबकर उथान…
उड़ जा चिरईदूर देश तूअब ना अईहटोला में,गँऊआ हमरभइल कसाईमार पकइहेंघूरा में। तिनका -तिनकाजोड़ बनवलूअंडा दिहलूखोंता में,तहरा खोंताआग लगा केभइल ठहाकाटोला में। कतनो रोवबूलोर गिरइबूदया ना मानवचोला…
ईमान सबका लगे ओरा गइल बालाज कवनों ठंइया हेरा गइल बा अब केहूए त झण्डा उठइबे करीअनीति से करेजवा पीरा गइल बा ई देश, ई जनता के भला…
गीत कवित हम का जानीं भइयापानी बिनु बे पानीजल, जंगल, जमीन से बेदखलखोजत बानीं पानीकहँवा गइल नदी सरोवर ?ई बता दऽ भइया। राज – पाट जेहि हाथ…