बन्दौ शाक्य कुमार, जाहि जन्म संवाद सुनि।उमड़ल हर्ष अपार, शुद्धोदन सम्राट उर ॥ 1 ॥ कीन्ह दान परमार्थ, अन्न, वस्त्र, धन, सोमरस।नामकरण सिद्धार्थ, गौतम घर-परिवार महँ ॥ 2 ॥ देखि सकल संसार, भरल कष्ट घनघोर दुख।जिन पत्नी परिवार, रंग महल…
ई समय, अइसन नदानीलगलि बदले तंत्र छिन छिनलाल, पीयर, आसमानी सामने मकरी क जालाजियत माछी ना घोटालारोज बदले रंग गिरगिटका परी पाथर की पाला जीभ चटकारति बा…
देहींया बनि गइल टुटही मचान भाई जी।सभे लादत बावे अबहु सामान भाई जी॥ पाया भइल कमजोर दुरलभ भइल अंजोर।निहुर चललऽ हमार भइल पहचान भाई जी॥ केहु लगे…
बीत गइल मधुमास सुहावन, साँस-साँस में बिथा समाइल;अब बतलाव अइल हा तू, केकर माँग सँवारे हो? कतना फागुन गइल, सूल से भरल बदरिया लहराइल नाकतना कदम अपात…
कतना बहार बा हमरा बिहार मेंजतने सुखार में ओतने दहार मेंबाकि जे बंचल से भूकंप के दरार में ! हिंसा परमोधर्म अवत, सत्य अहिंसा पापधरती गौतम महावीर…
बोली कुचकुचवा बिहाने बेरिआ । कतना बारात एकर रउरा ना बूझ वानिसि निसि रतिआ के तनिको ना सूझ बादेखीं ना दलीची से रतिआ के रूपवालउकेना कुछउ अन्हारे…
बिना भजन भगवान राम बिनु के तरिहें भवसागर हो।।पुरइन पात रहे जल भीतर करत पसारा होबून्द परे जापर ठहरत नाहीं ढरिकि जात जइसे पारा हो।।तिरिया एक रहे…
करे खातीर शासन सभे बेंचलसि बिचार, हार होइबे करी। चुटुकी भर पावे खातीर करब जब मार, हार होइबे करी।टेक। बसुधा कुटुम्ब सोंच पुरुखन के रहे, सुख दुख…
जान से बेसी केहू के जब कइल जाला पेयार,दरद होला बड़ा दिल में ऊ बिछड़े जब इयार। दरद जुदाई के सहले नाही सहाला हो,दुनियाँ लागे वीरान कुछ ना बुझाला…
डाकू-लूटेरा बाहुबली, जीति नेता बनि के आ गइलें,संसद के महिमा माटी भइल, बरबाद ई देशवा हो गइलें ।रंगदारी आ सीना जोरी, रोज रोज के धंधा हो गइलें,जनता…