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नेता उपजावे के/ गणेश नाथ तिवारी ‘विनायक’

नेता उपजावे के/ गणेश नाथ तिवारी ‘विनायक’

ByadminSep 26, 20242 min read

भारत में अइसन, विश्वविद्यालय बा पढ़ावे केजातिये जजाति हो गइल बा, नेता उपजावे के। चुनाव नियराते, व्यंग कसऽता लोग खूबजातिये में, बाँटे खातिर लगावता लो हूबगोड़ धऽ के कहतालो,वोट डलवावे केजातिये जजाति हो गइल बा,नेता उपजावे के। चुनाव के पहिले…

नेता – सूत्र/ अरुण भोजपुरी

नेता – सूत्र/ अरुण भोजपुरी

ByadminOct 4, 20241 min read

टाटा-बिरला के गरीआव नेता बन जा ।घर-घर के ममिला अझुराव नेता बन जा ॥ मन्दिर-मस्जिद गिरजा गुरुद्वारा में चक चक तोहरेपहिले दंगा करवा पाछे रोवगाव नेता बन…

नून के पाग – रश्मि प्रियदर्शनी

नून के पाग – रश्मि प्रियदर्शनी

ByadminSep 27, 20241 min read

झूठ के साच बतावत रहीं,नून के पाग बनावत रहीं।रऊआ त हईं नट के राजा,अंगुरी प सबके नचावत रहींनून के पाग बनावत रहीं॥ हमरो से नेह, उनको से…

नायका बरिस /प्रिंस रितुराज दुबे

नायका बरिस /प्रिंस रितुराज दुबे

ByadminSep 26, 20241 min read

नायका बरिस लेके आईल बहार होनाया नाया होई हजार धमाल हो |मन के भीतरिया ख़ुशी के उमंगआकाश में चमके सतरंगी पतंग | दईब करस कुछु अईसन कमालजिनगी में हो…

ननदी रमल जाता…./ शम्भुनाथ उपाध्याय

ननदी रमल जाता…./ शम्भुनाथ उपाध्याय

ByadminOct 4, 20241 min read

सहमे महावरि निरेखि तोरे पउँ वाँननदी रमल जाता मनवा ए गउँवाँ । सोचत रहली ससुरा में रहिए ना जाईकइसे भुलइहे हमसे बाप माई-भाईअब त भुलाइ गइल नइहर…

नदी के किनारा/ सत्यनारायण सिंह

नदी के किनारा/ सत्यनारायण सिंह

ByadminSep 30, 20241 min read

जब जब डूबेला नदी के किनारापानी बहेला कि जइसे आवारा खोजले मिलेला ना जिनगी भुलाइलहरियर ना होखेला, फुलुंगी सुखाइलगरदिस में लौके ना जइसे सितारा जागेला लहरन के…

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धोखा / केशव मोहन पाण्डेय

बदलल जमानाबदलल ओझा-सोखा।मुँह में बाड़े रामबगल से मिले धोखा।। असरा के बदरा उड़ल बन के भुआपता लागल तब कि जिनगिया ह धुँआधधाले धीअरी तऽमन करे रोका।मुँह में…

धुरंधर – कैलाश गौतम

धुरंधर – कैलाश गौतम

ByadminSep 26, 20241 min read

बहै फगुनहट उडै धुरंधरसोन किरवा अस मुड़ै धुरंधर। गांव गली बारी बॅसवारीडहरी डारी खेत कियारीनहर क पुलिया ताल किनारेडीह क चउरा नदिया नारेमन्दिर कबौ मदरसा झाकैउचक उचक…

धुआँ भरल आसमान/ शिवजी पाण्डेय ‘रसराज’

धुआँ भरल आसमान/ शिवजी पाण्डेय ‘रसराज’

ByadminOct 1, 20241 min read

बा धुआँ से भरल आसमान ।साँस बा टँगाइल, परान बे परान! खोजत बसेर बिया, छोटकी चिरइया,फेड़ रूख लउके ना, धरती प’ भइया,जाई कहवाँ कि पाई धरान! संतति…

धर्माचरण/ प्रभास चन्द्र कुमार सिंह

धर्माचरण/ प्रभास चन्द्र कुमार सिंह

ByadminOct 4, 20241 min read

सिख मुसलमान जहाँ, इसाई हिन्दूवान जहाँ,रहत भी समान जहाँ, उहे बिहार ह5 | आदिवासी थारु जहाँ, उराँव संथारू जहाँ,चेरो खरवारू जहाँ, उहे बिहार हऽ । धार्मिक त्योहार…

कविता/ गीत / गज़ल - भोजपुरी मंथन - Page 15