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जान जाई त जाई / जनकवि भोला

जान जाई त जाई / जनकवि भोला

Byजनकवि भोलाApr 3, 20251 min read

जान जाई त जाई, ना छूटी कभीबा लड़ाई ई लामा, ना टूटी कभीरात-दिन ई करम हम त करबे करबआई त आई, ना रुकी कभीबा दरद राग-रागिन के, गइबे करबदुख आई त आई, ना झूठी कभीसाथ साथी के हमरा ई जबसे…

जाड़ा के पहाड़ा/ पं॰ कुबेरनाथ मिश्र ‘विचित्र’

जाड़ा के पहाड़ा/ पं॰ कुबेरनाथ मिश्र ‘विचित्र’

ByadminOct 4, 20241 min read

जाड़ एकम् जाड़ काँपेला हाड़जाड़ दुनी रजाई के हमके ओढ़ाई जाड़ तियाई कमरा हइए नइखे हमराजाड़ चउको चदरा घेरले बाटे बदरा जाड़ पचे सुइटर पेन्हले बाने मास्टरजाड़…

जवाहिर लाल/ झुन्नी लाल

जवाहिर लाल/ झुन्नी लाल

ByadminOct 4, 20241 min read

जवाहिर लाल दिहलन गरीब दुख टारी ।बहुत दिनन से गुलामी रहे जारी । सेकरा के कइलन उजारी || जवा०भइया गरीब के कटल दुख भारी | नाया-नाया कानून…

जवना से तौबा कइले रहनी/ संग्राम ओझा “भावेश”

जवना से तौबा कइले रहनी/ संग्राम ओझा “भावेश”

ByadminSep 24, 20241 min read

पडे ना देब ओकर छाया हो,अब फेर भइल उहे गलती,बेवकुफ बानी की बेहाया हो? हम प्रित में धोखा पवले रहनी,तब मन हमार बउराइल रहे,काहे के कइनी प्रित उनसे,का माथा में हमरा समाईल…

जय-जय सब भारतवासी के | संग्राम ओझा “भावेश”

जय-जय सब भारतवासी के | संग्राम ओझा “भावेश”

ByadminSep 24, 20241 min read

सभ्यता संस्कृति के देश रहे,अब त कुछु अउरे शुरु भइले,सोने के चिडीयाँ भी उड़ गइल,ना जाने कहाँ विश्वगुरु गइले,लोक लाज के भुल गइल सभे,पश्चिम सभ्यता अपनावता,फैशन में फाटल कपड़ा पहिन के,आधा…

जगबs कहिया वीर जवान/ पं. व्रतराज दुबे

जगबs कहिया वीर जवान/ पं. व्रतराज दुबे

ByadminSep 27, 20241 min read

दिन में भइल अन्हरिया बाटेअइसन घिरल बदरिया बाटेबाटे रोअत आज अंजोरियाबकुलो लउकत करिया बाटेधरम-करम सब धोखा खाताथर-थर कांपेला ईमान।जगबs कहिया वीर जवान? ना अंगरेजी सासन बाटेना तुरकी…

छिंउकी / मोती बी.ए.

छिंउकी / मोती बी.ए.

Byमोती बी.ए.Apr 4, 20251 min read

1. सेमर फुलायेफर लागेठोरियावऽ सुगना 2. छितिर-बितिर पानीतराइल ऊँटबेंग, का ताकेलऽ?! 3. हर-फार-हेंगा-जुआठउठऽ-उठऽ-काठ बलमू 4. भीत भहराएछान्‍ही चुएलइका सुताईं कहाँ ! 5. जाँते में झींकिलिलारे पसेनाआजु रोटी मिली…

छल / केशव मोहन पाण्डेय

छल / केशव मोहन पाण्डेय

नाव त रहे जगरनियाबाकिर काटत बिपत जिनगी केजोहत बहाना बरतन माजे केफूँके के बेहया के बास वाला चूल्हजिनगी धुँआ हो गइलएने-ओने उधियातकातिक के भुआ हो गइल।बाबूजी के…

चुप्पे चोरी बदरा के पार से / प्रकाश उदय

चुप्पे चोरी बदरा के पार से / प्रकाश उदय

Byप्रकाश उदयSep 22, 20241 min read

उड़े खाती चिरईं के पाँखबुड़े खाती मछरी के नाक लेबउड़े-बुड़े कुछुओ के पहिले। चुप्‍पे-चोरी चारो ओरी ताक लेबचुप्‍पे चोरी बदरा के पार सेसँउसे चनरमा उतार केमाई तोर…

चुनाव/ बब्लु सिंह

चुनाव/ बब्लु सिंह

ByadminSep 25, 20241 min read

आई फेरु चुनाव आ ,नेताजी लो आई,दुधमुँहा लइकन जस, लोगवन के भरमाई !! केहू मिटाई गरीबी,केहू आरक्षण खतम कर जाई,चोंगा लें के गली गली,विकाश देखावल जाई !! पाँच बरिश…

कविता/ गीत / गज़ल - भोजपुरी मंथन - Page 19