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ए पानी – गुलरेज शहजाद

ए पानी – गुलरेज शहजाद

ByadminSep 26, 20241 min read

अंजुरी में पानी के धइलेसोचs तानींए पानी! काहे तोहर नेह के छुवनदुःख के दाहड़ खानी मन मेंगोंगियाइल बउराइल जाताकतना नीमन याद जुड़ल बातोहरा संगेलईकाईं में जवरे-जवरेखूबे खेल तमासा कईनींघूँट-घूँट तोहरा के भरनींपियास बुझइनींडुबकी लगइनींपोखर में हमउबडुब भइनींनाहर तीरेगोड़ लटइले,घंटनछपछप-छपछप कइनींआ…

ए का हो कोरोना – दीपक तिवारी

ए का हो कोरोना – दीपक तिवारी

ByadminSep 26, 20241 min read

ए का हो कोरोना जान लेइए के मनबहमनी के दुख बोलs कहिया तू जनब। सुनs तहरा चलते बड़ी घटा भइल बाअब हमदर्द आपन रहत फइल बा। मुहवाँ…

ऊसर हो गइल/ डॉ॰ राजनारायण दीक्षित

ऊसर हो गइल/ डॉ॰ राजनारायण दीक्षित

ByadminOct 4, 20241 min read

मटियार मटिया अब ऊसर हो गइल,रहे लहलहात जवन पीयर हो गइल । पेयार के धार जहाँ रहे बहत,अब झाड़ बालू के दीयर हो गइल । धारा के…

उमिर ढलल त का हो जाई ?/ जनार्दन प्रसाद…

उमिर ढलल त का हो जाई ?/ जनार्दन प्रसाद…

ByadminOct 4, 20241 min read

(1)उमिर ढलल त का हो जाई ?मन मजबूत जवान बनाई;मन कमजोर बनाईं काहे ?जे कुछ आई, देखल जाई ।(2)काहे गुमसुम ताकत बानी ?मन ही मन का भाखत…

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उमरिया ई झंझट बेसाहे में लागल / आचार्य महेन्द्र…

उमरिया ई झंझट बेसाहे में लागलविविध लोग के चित्त थाहे में लागल।रहीं एगो नोकर मिलल खूब ठोकरभले दुष्ट लोके सराहे में लागल। सभा अउर संस्था में बीतल…

उनुका से कहि दऽ / अशोक द्विवेदी

उनुका से कहि दऽ / अशोक द्विवेदी

उनुका से कहि दऽ / डॉ अशोक द्विवेदी रसे-रसे महुवा फुलाइल हो रामाउनुका से कहि दऽ।रस देखि भँवरा लोभाइल हो रामाउनुका से कहि दऽ। पुलुई चढ़ल फिरुउतरल…

उत्थान / आचार्य महेन्द्र शास्त्री

उत्थान / आचार्य महेन्द्र शास्त्री

आज आकाश में भी बथान भइल रेचान सूरज पर आपन मकान भइले रे। रोज विज्ञान के ज्ञान बढ़ते गइल,लोग ऊँचा-से-ऊँचा पर चढ़ते गइलआज सगरे आ सबकर उथान…

उड़ जा चिरई! – मुकुन्द मणि मिश्रा

उड़ जा चिरई! – मुकुन्द मणि मिश्रा

ByadminSep 27, 20241 min read

उड़ जा चिरईदूर देश तूअब ना अईहटोला में,गँऊआ हमरभइल कसाईमार पकइहेंघूरा में। तिनका -तिनकाजोड़ बनवलूअंडा दिहलूखोंता में,तहरा खोंताआग लगा केभइल ठहाकाटोला में। कतनो रोवबूलोर गिरइबूदया ना मानवचोला…

ईमान सबका लगे/ संजय कुमार मौर्य

ईमान सबका लगे/ संजय कुमार मौर्य

ByadminSep 25, 20241 min read

ईमान सबका लगे ओरा गइल बालाज कवनों ठंइया हेरा गइल बा अब केहूए त झण्डा उठइबे करीअनीति से करेजवा पीरा गइल बा ई देश, ई जनता के भला…

ई बता दऽ भइया / कनक किशोर

ई बता दऽ भइया / कनक किशोर

ByadminSep 26, 20241 min read

गीत कवित हम का जानीं भइयापानी बिनु बे पानीजल, जंगल, जमीन से बेदखलखोजत बानीं पानीकहँवा गइल नदी सरोवर ?ई बता दऽ भइया। राज – पाट जेहि हाथ…

कविता/ गीत / गज़ल - भोजपुरी मंथन - Page 26