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भारत आपन देस महान/ पं. व्रतराज दुबे

भारत आपन देस महान/ पं. व्रतराज दुबे

ByadminSep 27, 20242 min read

मूड़ी लमहर ऊंच हिमालयमहादेव के हs देवालयदहिना हंथवा धाम दुअरिकाबायां हथवा हs अरुनालयहिया बीच हिलकोरे गंगाखतमावे सब पाप निसान।भारत आपन देस महान।।1।। रामेसर हs पउंआ पावनकरे समुन्दर नित नहवावनधरती महतारी बोलेलीममता जहवां करे मनावनकरुना दया बसेली इहंवेइहंवे बा सब गुन…

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भरोसा/ गुरुविन्दर सिंह

ByadminSep 26, 20241 min read

राह-घाट लउके ना, छपलसि अन्हरिया,झिमिर-झिमिर बरसेले करिया बदरिया। खेतवा में मकई के गाड़ल मचानीसूतेला जाके बलमु अभिमानीनिनिया उड़ावेले चिन्ता-फिकिरिया। डर लागे रतिया के सियरा-हुँड़रवाओहू ले उप्पर मुदइयन…

भरसटाचार – प्रभुनाथ उपाध्याय

भरसटाचार – प्रभुनाथ उपाध्याय

ByadminSep 27, 20241 min read

कइसे खतम होई देशवा से भरसटाचारखतम होई कइसे सुविधा सुलूक आचार॥ सब लोग कहत बाड़े मुहँवा से उपरनाही परियास पर हिरदय के भीतर।माई खाती करीहें जे सब…

भयावह कइलs ना/ हीरा प्रसाद ठाकुर

भयावह कइलs ना/ हीरा प्रसाद ठाकुर

ByadminOct 1, 20241 min read

ए बबुआबाबूजी के राखs तू पगरियाडगरिया भेयावह कइलs ना । 2डगरिया भेयावह…….. । ए बबुआ भरि अंकवार कहाँ ना खेलवलेंकवन ना कइलें ऊ जोगरिया -2 ओकरा उपर…

ब्यास + गायक/ ह्रदयानन्द विशाल

ब्यास + गायक/ ह्रदयानन्द विशाल

ByadminSep 25, 20241 min read

ए दुनू जाना मे अंतर होला जे कथा कहानी गावेलाउ ब्यास गिनती मे आवेलाजे खाली गाना गावेलासभे गायक ओके बतावेला हम मानतानी की कुछ ब्यास लोदुदाला प्रोग्राम मे गारागारी…

बेटी विलाप / भिखारी ठाकुर

बेटी विलाप / भिखारी ठाकुर

Byभिखारी ठाकुरSep 22, 20242 min read

गिरिजा-कुमार!, करऽ दुखवा हमार पार;ढर-ढर ढरकत बा लोर मोर हो बाबूजी।पढल-गुनल भूलि गइलऽ, समदल भेंड़ा भइलऽ;सउदा बेसाहे में ठगइलऽ हो बाबूजी।केइ अइसन जादू कइल, पागल तोहार मति…

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बेंगुची चलल ठोंकावे नाल/ केशव मोहन पाण्डेय

निहुरत उचकलगोड़वा मुचकलओहू में पूछत सबके हालबेंगुची चलल ठोंकावे नाल। ताल तलैया सूखत रहेलेउचरत चिरई कुछूओ कहेलेअसरा पर बा गिद्ध के पहरापूरवइया पगली हो बहेलेमचल मचल केहथवा…

बूझो पंडित ब्रह्म गियानम – संत गोरखनाथ

बूझो पंडित ब्रह्म गियानम – संत गोरखनाथ

ByadminSep 27, 20241 min read

बूझो पंडित ब्रह्म गियानम, गोरष बोलै जाण सुजानम। बीज बिन निसपती मूल बिन विरषा पान फूल बिन फलिया,बाँझ केरा बालूड़ा प्यंगुला तरवरि चढ़िया।गगन बिन चन्द्र्म ब्रह्मांड बिन…

बुद्धि न केहू के काम करे/ हीरालाल हीरा

बुद्धि न केहू के काम करे/ हीरालाल हीरा

ByadminOct 7, 20241 min read

बुद्धि न केहू के काम करे,सब सोच में डूबल बा उतराइल.हाँकत जे दिन-राति रहे,मुँह से उनका कुछऊ न कहाइल.राम के काम में जानि रुकावटवानर भालु सभे अउँजाइल.ओही…

बुद्धि के बढ़ती/ धरीक्षण मिश्र

बुद्धि के बढ़ती/ धरीक्षण मिश्र

दोसरा के घर जरा के हाथ के सेंकले न बा ।के आन का शुभ कीर्ति पर कीचड़ कबें फेंकले न बा॥ कहें हीरा चन्द ओझा चन्द कवि…

कविता/ गीत / गज़ल - भोजपुरी मंथन - Page 9