देखत अँजोरिया, सेराइल रतियाहम का करों केकरा से का कहीं ? बहे पुरवइया झकोरेला फेड़वा,थमि यमि वहि जाला मन के सपनवा, मूदीले अँखिया, तवो ना रही ?हम का करीं….. … पानी में आगी, आगी में बहे पानीवाटे जइसे जिनिगी में…
अबहूँ अइले ना जड़वा से जोरनी गिरहियामनवा सुनुगेला करसिन अगिया जोन्हि बइरिन भइल, सउतिया चाननी, डाहे रतियागीत पनघट, पियासलि पिरितिया लोर ढरके ना दीहीं, कोर भरके ना दीहीं, राखी थतियाराखि होइ जहझें लहकलि अगिनिया नउजी आवS बलम बिसरावS जनम के…
राम भजन करु भाई, दिनवा बीतल हो जाई।। टेक।। साव किहाँ दरब ले आएलो, सूद पर देली लगाई,सूदवा हान भेल एहि जग में, घरहुँ के मूढ़ गँवाई।। 1।। अएतन साहो कहब कछु काहो, रहबौ मन सकुचाईत्राहि त्राहि कहि गिरबों चरन…
माड़ो मटकोर गीत बेटी के बारात के,काथा पूजा होई दाल भात चली रात के। दुअरा पर भीरल हलुआई काम करताटे,रखल बा डराम लइका पानी ओमे भरताटे। जे बा से बेयस्त समय नइखे मुलाक़ात के,काथा पूजा होइ दाल भात चली रात के।…
बाप देखीं बेटा के, बोली लगवले बा |देवे वाला ख़ुशी से, गर्दन झुकवले बा ||मोल भाव होता, देखीं सपना के ||शान से बेचता, केहू अपना के || अरमान के होखता, खुला ब्यापार |नइखे पुछात, लईकी के बिचार ||दहेज के भूख…
देखीं बदल गईल, सभकर चलनियाबदल गईल गांव शहर मालिक मलकिनियाबदल गइले गुरु चेला, घर दुवार अउरी चोहनीआडहर त बदली गईल, बदलल मुहनिया ना बदलल त एके बात, दहेज़ के चलानियाबढ़ते जात बा, चाहे अजोर हो चाहे अन्हरियाएके कोख से जनमेला, बेटा…
नेता जी के पेट हs की लमहर खेतइनकर एगो दल से काम ना चलेदोसरा दल में ना जिईहन, ना भरी कहियो इनकर पेट!१ इकरा जन-जनता से का मतलब बाइंकरा तs कुर्सी सत्ता से अब मतलब बाविकास के काम अब ठप हो ही रहल बा!२…
दरसन बिना छछनत लोचनवा,मोहले बा मन मोहन मधुरी मुसकनवा | दरसन बिना.. देखि के तोहार रूप, छाती भइल भरि सूप,इहे मन करेला बतिअइतीं अंगनवा | दरसन बिना… प्रीति कइल कुबजा से, गड़हा में डूब जाके,पढ़ल गुनल होके निपटे नादानावा |…