सपने में सखी साजन अईलें, हमसे प्यार जतवलेंगोदी में बईठा के हमके, हँसि-हँसिके बतिअवलें॥ खुलल आँख त सेज बा सून, तूरलें प्यार के डोरीदिल में धधके आग हमरा, मतिया के भरमवलें॥ लोर आँख से सूखत नईखे आँचर से लाज पोंछत…
रात सपना में देखनी उद्धार भइल रे ।गली में गलीज नैखे साफ सभ ओर घर दुआर भइल रे ।गन्दगी से रोग होखे उहे बनल खादर बेड़ापार भइल रे ।अन्न बस्तर दूध दही फल तरकारी भरमार भइल रे ।सहरो के लोगवा…
हमहूँ सपना देखेनीसपनवे ओढ़ेनीसपनवे बिछावेनी,पेट के क्षुब्धासपनवे से मेटावेनी।सपने से चलत सँसरी बाजेकरा लगे सपना नइखेओकर जिनगी तऽजीअतके में फँसरी बाऽ।हमरा लगेझोरा भर के सपना बासपना के अंबार बा,सपना नइखे तऽसब धूराऽ,सपनवे से घर-संसार बाऽ।सपना हऽबाबूजी के असरा केमाई के…
संत से अंतर ना हो नारद जी, संत से अंतर ना।। टेक।।भजन करे से बेटा हमारा, ग्यान पढ़े से नाती,रहनी रहे से गुरु हमारा, हम रहनी के साथी।संत जेवेके तबहीं मैं जेइलें, संत सोए हम जागी,जिन मोरा संत के निन्दा…
सबकी दुख सुख में रहीं सगे भाई की तरे ।तबो अरिया चलावे लोग कसाई की तरे ।। धरती की लोगवा के सुख पहुँचाई ।देके दवाई सबके रोगवा भगाई ।।केतना स्वारथी बा लोगवा बताई के तरे ।।…. अमवा कहेला आपन रोइ…
सखी, हमरो बलम,कारखाना में काम करेलन । कारखाना जाइ के लोहा बनावेलन,लोहा बनाई देश आगे बढ़ावेलन,देश के खातिर पसीना बहावेलन,देशवा के खातिर जीवन अपरन ।सखी, हमरो बलम | कन्हियाँ पर हल लेई तोहरो सजनवाँ,अन्न उपजाव, भइले गाँव के किसनवाँ,हरवा कुदरिया…
सईंया सूतल होइहे जा के बथानी परमकई में मचानी पर ना…. कइले होइहे सानी-पानी, कोड़ले होइहे कोन-कानसांझे चौराहा जा के, खइले होइहे मीठा पान.दिनभर रहल होइहे चीनी अउरी पानी परमकई में मचानी पर ना ….. झिहिर झिहर सखी बहे पुरवइया,रात…
पीके शराब संइया भइल खराबपंईया केतना परींअतना समुझवनी तोहरा कइलस जुलाबपंईया केतना परीं । अतना –बाबू के थाती बेचिके भइलऽ नबाबपंईया केतना परींसोना अस बुतुरू के तू कइलs कबाबपंईया केतना परीं । सोना – सोना के सोहगल सेजिया कइलs उजारपंईया…