परले गोड़ हजार बे, पूरल जिय अरमान।थरिया पलटसि पाइ के, सखि पिय ना जनमान। बात करेजा के छुवल, दुनिया लागे बाध।हित-मित मुदई करि गइल, पियवा ना सखि साध। अपने चाभस सात रस, हम धाँसीं मँड़गील।कहईं के ना छोड़ले, सखि पिय ना ओकील। adminbhojpurimanthan.com/
मिठ्ठा के गोली, भेल्ली कहालाकई गो दवाई में, काम आ जालागन्ना के रस पाक के भेलली हो जालाचना के साथ सबेरे खोजाला गोर होय या करिया सस्ता बिकालाचिउड़ा फूला के ओमे मिसालामरचा आ नुन संगे धरालासट-सट सबके खुबे घोटाला भुजा…
बहुत दिन के बाद अइला पकतना बुझल बूझल लागत बाकहिए से बंदहमार गांव वाला घर ! लागऽता जइसेकवनो बच्चा होखेअपना माई से रूसलभा जइसे माइए होखसदेर से घरे आइल अपना बेटा सेखिसिआइल । घर के बाहर के दिवारन पपसरल लतर…
सूप भरि रूप केसनूख भरि सोहुआ मेंसानल सनेहिया सलोरआन अवरू अपना केनेह-नाता गरगटलहना के बाटुरे बटोर।सोनवा के जाल मेंघेराइल सारी दुनियायोग के वियोग में पेराइल सारी दुनियाकिरन के बानकेहू मारेला अनेरियामाटी के सुवास छिलरावेला अहेरियादेहिया के नाता नधले बाझकझोरियाअन्हरा के…
माटी अद्भुत चीज हएसे बनेला घरएसे बनेला चूल्हाचूल्हा पर पहिलेमटिये के बरतन मेंबनत रहल खाना,माटी क परई, माटी क सकोराआउर मटिये थरिया में खात रहैं लोग lमाटी अनमोल हसरीरो बनल ह मटिये सेओइसे कउनो आकार में होय माटीएक न एक…
मातृभाषा कह्तरी आपन बाथा“का कही बाबु इऽ हऽ कलजुग के साम्राज्यआपन आपन नईखे होत दोसर कवन लाल करी सम्मानफरका कऽ दिहले हमके ना करे इज्जत हामारनिक लागल दोसर थरिया, खात नईखे केहू आपना मेंहिंदी हऽ भारत के राजभाषा उहो बनल…
माई तुहीं हउ बल मोरतन-मन तुहीं मातु पितु तुहींचरण रज फल मोरमाई तुहीं हउ बल मोरतपबल तुहीं तेज बल तुहींकोटिक सूरज अंजोरमाई तुहीं हउ बल मोरविद्या बल तुहीं बुद्धि बल तुहींमंतर मोर भर-भर अँखियन लोरमाई तुहीं हउ बल मोरकर्म बल…
तोहार अँचरा के छंहिया भुलाई कइसे माई | रगे रगे बसेला तोहारे खून देहिया मेंसब सुख पवनी हम तोहरे बहिया मेंरात भर जागि जागि हमके सुतवलू तूहमरो गलतिया के सबसे छुपवलू तूसाँच ह ई बतिया सुन मोर बिपतियातोहार आजो फाटे…