अब गैरियत के बात का मन हो गइल तमामतोहरे में हम समाइल, हमिता के अब न नाम दउराइ रहल मनवाँ हमके कहाँ-कहाँजब गिर गइल बा हमरा हाथन से खुद लगाम झगड़ा ई तबे ले रहल जब ले कि जिन्दगीअब त…
अब गैरियत के बात का मन हो गइल तमामतोहरे में हम समाइल, हमिता के अब न नाम दउराइ रहल मनवाँ हमके कहाँ-कहाँजब गिर गइल बा हमरा हाथन से खुद लगाम झगड़ा ई तबे ले रहल जब ले कि जिन्दगीअब त…