काने में ढोल बजाई केसभकर नाव बताई के॥ तस से भाईचारा क लींत हमके गरिआई के॥ नेतवे जब खइहें दुबरा संगकाटी दूध मलाई के॥ जे के देख ऊ काकी हगांव में अब भउजाई के॥ खेते में जब भूखिए ऊगीमेंड के…
रुनुक-झुनुक बाजै पायल तोर पँउआ, बड़ा नीक लागै –ननद तोर गँउआ, बड़ा नीक लागै देवरा निहारै पीपर झरै पातीहमरी उमिरिया फरै दिन-रातीगरवा में नेहिया के लागत गरँउआ, बड़ा नीक लागै –ननद तोर गँउआ, बड़ा नीक लागै कोंइया खिलै मोरे मन…
ई ह पटना, बड़का शहर,इहवाँ सभ कुछ बड़का बाटे;हरदम लागे इहाँ झमेलाइहवाँ बहुते चरखा बाटे। बड़का इहवाँ लोगवा बाटे,बड़का सभके सोच-विचार :रोक-टोक ना बाटे कवनो-ना बाटे आचार-विचार । केहू ना केहू के चिन्हे,खोज रहल बा सभे शिकार,हाकिम, नेता सभ ऊहे…
बजट बागजट बाअब काझंझट बालटपट बाअटपट बाअपने मेंखटपट बारपट बालपट बाऊंट कवनाकरवट बामरकट बागरगट बाबस नजरिएचोरकट बाचटचट बागटगट बादेस बढ़लझटपट बाटकटक बाठकठक बाअब त जयजयहरघट बाजमघट बाघटघट बाघोंटी अब मड़सटकोसटपट बा चंद्रभूषण पाण्डेय
बचपन के खेलवा छिनाय गइल मीतवा।माटी के गीतवा भुलाय गइल मीतवा।। ओका- बोका तीन तड़ोकालौआ लाठी चंदन काठीहाकी टाकी टेनिस-बैटआइल किरकिटवा ।।बचपन………।। मामा हो मामा चिउंटी के झगड़ा छोड़इह हो मामा।चिउंटी में झगड़ा ना होला हो मामानेतवन के झगड़ा छोड़इह…
उठि सूती पूछे मन, एगो हमसे बतियाकाहे खाती दिन बावे, काँहे खाती रतिया॥ रोज भिंसहरे काँहे, किरिन सूरुजवाअउरी अन्हियारा, काँहे रोजे-रोजे रतिया॥ काँहे लोग मिलेला, अउरी जाला कहवाँफेर गीतिया सुनावेला, हमके दिन-रतिया॥ इहे साँच बावे कि, हम नाही केहू हवींफेर…
बबुनी चलs तूं मत बलखाकेगिरीहें चांद सूरज मुरछाकेकरs जवानन पर रहममत लs बुढवन के धरमई खिलत जोबना देखलाकेबबुनी चलs……. सुन्दरता के तूं दरिया बाडूयौवन से लहकत सरिया बाडूई उमर बडा नाजुक होलासंभल संभल के चले होलाशिकारी बैठल घात लगाकेबबुनी चलs………
के हरि हउवें फुल बगिया के माली होके हरि फूल बिहँसावेलें हो ? के हरि तितली के भेजि भेजि कलियन पररसगर नेहिया लगावेलें हो ? के हरि बिहँसेले राति के अँजोरिया मेंके हरि सुरुज उगावेलें हो ? केकरी करनवाँ ई…