काहे नाहीं अइलs / गणपति सिंह
माँग सेनूरा डाल बलमू हो।
बिआह के लेअईलs बलमू हो।
सुहाग राति सेजिया सजल रहे
दिलवा धड़कत रहे बलमू हो।।
अँखियाँ बिछा के बइठल रहनी
काहे नाहीं अइलs बलमू हो।।
मनवा रहे बउराइल हमरो
काहे तरपवलs बलमू हो।।
हिरदय में भरल रहे नेहिया
काहे जहर घोरलs बलमू हो।।
अँखियाँ से झर झर बहे लोर
डेगे डेगे काँटा बोअलs बलमू हो।।
इहवाँ मछरी जस तड़पत बानी
सउतिनिया के सेजिया सजवलs बलमू हो।।
सून बा सेजरिया,मनवा बाट जोहे
काहे झूठ बोल भरमवलs बलमू हो।।
करी सुरतिया सिंगार रहिया जोहीं
काहे नाहीं अइलs बलमू हो।।
कवन उपइया करीं हे गणपति!
अब सबुर होत नइखे बलमू हो।