भोजपुरी मंथन

छठ गीत (पनियाँ में ठाढ़ )/राजकुमार प्रेमी

भोजपुरी मंथन

छठ गीत (पनियाँ में ठाढ़ )/राजकुमार प्रेमी

पनियाँ में ठाढ़ ई परवैतिन पुकारेली,
अबेर भईल, छठी मईया लिहीं ना अरगिया,
अबेर भईल आदित लीहीं ना अरगिया,
अबेर भईल |

ससुरा – नईहरवा के बानी हम गरीबनी,
कि भिखवा माँगी के, माई ठनलीं बरतिया,
अबेर भईल |

भक्ती आ भऊआ से लेनी कलसूपवा,
कि फलवा लेई के, माई सजलीं दऊरवा,
अबेर भईल |

घर के समंगवन सभे दउरा लेके आईल,
कि जलवा ढारेला, माई पानियाँ में बा ठाढ़,
अबेर भईल |

कुछुओ ना माँगब माई कुछुओ ना लेहब,
कि दरसन करब, माई येही बा अरजिया,
अबेर भईल, आदित लीहीं ना अरगिया,
अबेर भईल |

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