भोजपुरी मंथन

शराब/ हीरा प्रसाद ठाकुर

शराब/ हीरा प्रसाद ठाकुर

पीके शराब संइया भइल खराब
पंईया केतना परीं
अतना समुझवनी तोहरा कइलस जुलाब
पंईया केतना परीं । अतना –
बाबू के थाती बेचिके भइलऽ नबाब
पंईया केतना परीं
सोना अस बुतुरू के तू कइलs कबाब
पंईया केतना परीं । सोना –

सोना के सोहगल सेजिया कइलs उजार
पंईया केतना परीं
गरदिस में डललs राजा जिनगी के तार
पंईया केतना परीं। गरदिस –

भूजिया के अइसन थूरलऽ गतरी हमार
पंईया केतना परीं
चारो भर से हमरा के तू कइलs लाचार
पंईया केतना परीं । चारो –

नवाडीह के हीरा ठाकुर देलें फलहार
पंईया केतना परीं
मनलें पर ठीके बडुये ना मनले हार
पंईया केतना परीं ।

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