ब्यास + गायक/ ह्रदयानन्द विशाल
ए दुनू जाना मे अंतर होला
जे कथा कहानी गावेला
उ ब्यास गिनती मे आवेला
जे खाली गाना गावेला
सभे गायक ओके बतावेला
हम मानतानी की कुछ ब्यास लो
दुदाला प्रोग्राम मे गारागारी क के
रात भर आपन प्रोग्राम जमावता
बाकी सब ब्यास एके जइसे ना होलें
जे रात भर खूब नीमन शुद्ध गावता
ओहु के रउवा सब गरियावतानी
ई एकदम गलत होता ई ठीक ना ह
आज भी नीमन कवि ब्यास लो
एक से एक धुरंधर बा लो उ सब
आजुवो निमानका परोसता
हम निहोरा करतानी रउवा सब से
की बाउर के संगे ए सरकार ओह
निमनको के मत नासीं
गलत ब्यास गायक लो के खुल के
हमहुँ बिरोध करतानी रउवो करीं
बाकी निमानका के नीमन कहीं
ओकर प्रचार प्रसार करीं सभे